Item Includes :
- Garbhyatra ( Hardcover book)
- Garbhahar (Soft Copy Book)
- Silver Saraswati Yantra
- Pregnancy Diaries (5Nos)
- Panchmasi Rakhi (1Nos)
- Positive Pregnancy Scroll (1Nos)
- Cow Dung( 7 Nos)
- Spiritual Book (1Nos)
किसी भी स्त्री का स्वाभाविक स्वभाव है बेहना। एक नारी को अपने जीवन में तीन धाराओं में बेहते हुए देखा जा सकता है। एक प्रवाह रक्त का प्रवाह है (मासिक धर्म और प्रसव के दौरान), दूसरा प्रवाह आँसू का प्रवाह है (प्रसवपीड़ा के दौरान), और तीसरा प्रवाह दूध का प्रवाह है (प्रसव के बाद)। ये तीनों धाराएँ माँ से स्वाभाविक रूप से प्रवाहित होती हैं। रक्त का प्रवाह सत्य से जुड़ा है, दूध का प्रवाह प्रेम से जुड़ा है और आंसुओं का प्रवाह करुणा से जुड़ा है और इन तीनों का दिव्य संगम गर्भ की आनंदमय यात्रा है।
राम की मर्यादा, कृष्णकी लीला, बुद्ध की करुणा, महावीरकी अहिंसा, इसुका प्रेम, महम्मदका समर्पण और गांधी की निःस्वार्थ सेवा - ये सभी इस धरती पर हुई सत्य मातृ घटनाएँ हैं।
विशेषज्ञोंने तो आज साबित किया हे की सकारात्मक सोच क्या कर सकती है जो की हमारी संस्कृतिमे हजारों सालों पहलेही समझा दिया है कि सकारात्मक सोच एक स्वस्थ शरीर को आकार दे सकती है, एक बीमार को ठीक कर सकती है, और गर्भावस्था के दौरान सकारात्मक सोच एक स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए आवश्यक है।
पहले हम खुद को उत्कृष्ट बनाएं, अपने बच्चे अपने आप उत्कृष्ट होंगे। दुनियाकी हर मां को उत्कृष्ट होने का अधिकार है।
ये किताबें आपकी सकारात्मक सोच विकसित और मजबूत करने में मदद करती हैं।
1) गर्भयात्रा : हार्ड कॉपीहार्ड कवर पुस्तक:पन्ने : 268 ( सचित्र रंगीन पन्ने )वज़न : 1.0 किलोग्राम.
साइज : 9.5 x 1 x 7.5 इंच
- प्राचीन भारतीय साहित्यिक वेदों, पुराणों और ग्रंथों का संपूर्ण प्रामाणिक सारांश।
- मानव गर्भाधान की दैवीय प्रक्रिया को स्वयं समझना और पूर्ण हृदय से स्वीकार करना।
- पहली पुस्तक जो अपनी उपयोगिता साबित करती है जिसमें प्रश्नावली का उत्तर पुस्तक शुरू होने से पहले और पुस्तक पढ़ने के दौरान पुनः उत्तर देना होता है।
- सप्ताहवार विवरण शिशु के शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास पर शोध ज्ञान।
- बच्चे की उसकी माँ से, माँ की अपने बच्चे से और डॉक्टर की दोनों से सप्ताहवार बातचीत।
- पालन-पोषण के गुण और जीवन के सबक।
- गर्भावस्था की पूरी यात्रा के दौरान 49 प्रेरणादायक, व्यावहारिक और योग्य ऐक्टिविटी।
- पढ़ने के लिए एक किताब और साथ में काम करने के लिए एक किताब।
- पुस्तक हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में उपलब्ध है
२ ) गर्भाहार : सॉफ्ट कॉपी
पन्ने : 172 ( सचित्र रंगीन पन्ने )वज़न : 0.5 किलोग्राम.
साइज : 9.5 x 1 x 7.5 इंच
- महिलाकी कंसिव करनेकी शारीरक क्षमता पर आहार का प्रभाव और क्षमता बढ़ाने के लिए उचित आहार ।
- गर्भधारण से पहले डिटॉक्स आहार का महत्व ।
- गर्भावस्था के दौरान आहार का चयन सामान्य चिकित्सा समस्याएं: पीसीओडी, थायराइड, मोटापा, हाइपर टेंशन , डियाबीटीझ इत्यादि की विशेष समज ।
- शरीर और पाचन तंत्र पर गर्भावस्था हार्मोन का प्रभाव ।
- आहार की अद्भुत चेकलिस्ट ।
- सात्विक भोजन के सरल नियम ।
- त्रैमासिक एवं मासिक आहार टेबल सप्ताहवार एवं माहवार विशेष नुस्खे एवं लाभ।
- प्रसवपीड़ा के दौरान आहार ।
- डिलीवरी के पश्चयात आहार।
- आईयूआई और आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान आहार
- गर्भावस्था के बाद पाचन में सुधार के लिए नींद और व्यायाम का महत्व।
इस पुस्तकका श्रेष्ठ उपयोग करने के लिए :
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पुस्तक से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप नीचे दिए गए बिंदुओं का पालन करें।
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कृपया इस पुस्तक को साधारण न समझें; इसे एक पवित्र पुस्तक के स्तर पर रखें, इसे नियमित रूप से पढ़ें, इसके बारे में सोचें और इस पर ध्यान दें।
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इस पुस्तक में दी गई प्रत्येक गतिविधि को पूरी ईमानदारी के साथ करने का प्रयास करें।
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यह पुस्तक आपको यह समझने और महसूस करने में मदद करेगी कि आप अपने होने वाले बच्चे के पहले शिक्षक के रूप में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बना रहे हैं।
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प्रत्येक गतिविधि एक स्पष्टीकरण से पहले होती है, जिसे भारतीय संस्कृति, पुराणों और वेदों के हजारों वर्षों के मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक अध्ययन का सार कहा जा सकता है और इसे सावधानीपूर्वक पढ़े।
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प्रत्येक गतिविधि के अंत में, एक आत्म-अनुभव लिखने के लिए एक जगह होती है, जहाँ आप अपने अनुभव का एक फोटो लगा सकते हैं। तस्वीरें पोस्ट करने के लिए कोई नियम नहीं हैं; आप जैसे चाहें फोटो पोस्ट कर सकते हैं।
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पुस्तक में दिए गए अध्याय "गर्भावस्था से पहले या गर्भावस्था के दौरान के आध्यात्मिक अनुभव" में पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों पर विचार करें; यदि आपके पास किसी अनुभव का उल्लेख है, तो आप पत्र, फोन, संदेश या ईमेल द्वारा हमें भेजने का अनुरोध करें।
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ग्रंथ के प्रारंभ में "गर्भरक्षा हेतु गर्भरक्षम्बिका स्त्रोत्र" तथा "गर्भ रक्षा स्त्रोत्र" दिए गए हैं; आप उन्हें नियमित रूप से पढ़ सकते हैं, क्योंकि यह आपकी गर्भावस्था यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं या बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा।
इस पुस्तक के बारे में अपने विचार, राय और अनुभव हमें बेझिझक लिखें।
ईश्वर आपकी गर्भावस्था यात्रा को आनंदमय , अविस्मरणीय और यादगार बनाए।
Book Author
Meet the Author: Ashishh A
Ashishh A is theTEDx speaker and has authored 6 books on the subject across Parenting & Branding. He is known as HappYness Hacker and the same has been acknowledged by the India’s Most read News paper Divya Bhaskar. Ashishh A, a captivating blend of researcher and storyteller, weaves magic through his words. He believes that he has not written the book. He gives all credit to the supreme. He says The supreme lord is the one who has inspired him and made him a channel to create his thoughts(विचार) into reality(वास्तविकता). That is the only reason the book front page has written that this book is written by “the blessing of the supreme” not the name of Ashishh A. The book is a result of a prime question which is "Why do we want to bring a child into this world?"
Why Garbh Sanskar
Garbh Yatra : Scientific , Psychological & Spiritual Experience of Pregnancy Journey & Unborn Child. Harmonizing Life Within and Nurturing Your Baby Before Birth is a task of 9 months and if mother does it with happiness and blissfulness it won't become a task of lifetime. Task of a lifetime? Yes It can become if we do not take enough care during the Pregnancy Journey/ Garbh Yatra. Where care leads to physical, mental, emotional & more importantly spiritual. Are you expecting a little one? Congratulations! 🎉 Are you ready to embark on a magical journey of creating life? This isn’t just any pregnancy book—it’s your guiding light to weaving love, wisdom, and wonder into the very fabric of your baby’s existence. Why Choose This Book?
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Frequently Asked Questions
Answer from Heart: Reading is a meditation and relaxation. Reading requires all human senses to work and when all the senses are occupied there are fewer chances of distraction. Only a five-minute reading can boost a pregnant mother’s whole day. Try it now.
Answer from Mind: Reading during pregnancy holds significant importance for both the mother and the developing baby. Here are the key benefits and insights regarding this practice.
- Stress Relief and Bonding: Engaging in reading can serve as a calming activity for expectant mothers, helping to alleviate stress and anxiety associated with pregnancy. The soothing nature of reading can also foster a sense of connection with the unborn child, as the baby begins to recognize the mother's voice.
- Knowledge Acquisition: Reading books about pregnancy, childbirth, and parenting equips mothers with vital information about the changes they will experience, both physically and emotionally.
- Mental Stimulation: The act of reading stimulates the mind, providing a mental escape from the physical strains of pregnancy. It can also encourage a sense of normalcy and routine during a time of significant change.
- Language Development: Research indicates that babies can begin to hear and absorb sounds from around 18 weeks of gestation. Babies are known to recognize their mother's voice and can differentiate between languages shortly after birth.
- Cognitive Skills: Reading exposes the unborn baby to various sounds and rhythms of language, which can aid in the development of literacy skills. This early exposure is linked to better vocabulary and communication skills as the child grows.
Emotional Connection: The bonding experience created through reading helps to establish trust and emotional security. Babies who are read to frequently tend to develop a stronger attachment to their parents, which can enhance their emotional well-being.
Choose Engaging Material: While it’s beneficial to read parenting and pregnancy-related books, incorporating fiction or poetry can provide a delightful escape and stimulate creativity.
Involve Others: Encourage partners or family members to participate in reading sessions. This not only strengthens the baby's recognition of different voices but also fosters a family bond.
Create a Routine: Establish a regular reading time, which can serve as a calming ritual for both mother and baby, enhancing the overall experience of pregnancy.
Yes, It can be if we do not take enough care during the Pregnancy Journey. At Garbh Yatra where care leads to physical, mental, emotional & more importantly spiritual.
Are you expecting a little one? Congratulations! 🎉 Are you ready to embark on a magical journey of creating life? This isn’t just any pregnancy book- it’s a highly recommended books to read during pregnancy because it’s your guiding light to weaving love, wisdom, and wonder into the fabric of your baby’s existence.Why Choose This Book?